मन को शान्त रखो अपने जपो परमेश्वर का नाम ।
रोज सुभा कुछ खाने से पहले निकालो जरूर दान॥
जो ऐसा करते उनके तन मन में रहता परकास |
दुख कलेस कोई बीमारी आवे नहीं पास ||
फुलसन्दे वाले बाबा कहते मन के तजदो विकार।
सांस सांस जपो परमब्रह्महोतन सोरण उजियार||
तन में रोग मन में सोग
सतपुरूष बाबा फुलसन्दे वाले कहते हैं- जो प्रसन्न चित् रहता है वो बीमार नहीं होता,
अत्री मुनि और अनसूइया की पुत्री अपाला को श्वेत दाग शरीर
पर जगहा जगहा हो गये उसके पति ने उसे त्याग दिया
वह इन्द्र के औषद्यालय आश्रम में जाकर रही,
उपचार किया ठीक हो गयी । पति को पता चला
वो लेने आया अपाला घर चलो । अपापला ने कहा- नहीं
अब मैं परमात्मा प्रीतम सच्चे पति से अपने मन को लगाऊंगी
वो मेरे अवगुणों को देखके मेरा त्याग तो नहीं करेगा
? देवी अपाला ने तप किया,
वो उस परमपुरूष परमात्मा की ज्योत में उसके
परम सौंदर्य में एकाकार हो गई ।

तुलसीपत्र दस लीजिए उठकर प्रातःकाल |
सेहत सुधरे आपकी तन-मन हो निहाल ।।
थोड़ा सा गुड़ लीजिए दूर रहें सब रोग ।
अधिक कभी मत खाइए चाहे मोहनभोग ।।
अजवाइन और हींग लें लहुसन तेल पकाय ।
मालिश जोड़ों की करे दर्द दूर हो जाय ।।
ऐलोवेरा-आँवला करे खून में वृद्धि |
उदर व्याधियाँ दूर हों जीवन में हो सिद्धि ।।
बीस ग्रा. रस आँवला पांच ग्राम मधु संग ।
सुबह शाम में चाटिये बढ़े नेत्रज्योति उमंग ।।
बीस मिलीग्रा. रस आँवला हल्दी हो एक ग्राम ।
सर्दी खांसी कफ में फौरन हो आराम ।।
मधु का सेवन जो करे, सुख पावेगा सोय |
कंठ सुरीला साथ में वाणी मधुरिम होय ।।
ठण्ड अगर लग जाय जो नहीं बने कुछ काम ।
नियमित पीलें गुनगुना पानी दे आराम ।।
कफ से पीडित हो अगर खांसी बहुत सताय ।
अजवाइन की भाप लें कफ बाहर आय।।
अजवाइन लें छाछ संग मात्रा पांच ग्राम ।
कीट पेट के नष्ट हों जल्दी हो आराम ।।
छाछ हींग सेंधा नमक दूर करे सब रोग ।
जीरा उसमें डालकर पियें सदा यह भोग ।।
चैत्र माह में नीम की पत्ती हर दिन खावे ।
ज्वर डेंगू या मलेरिया बारह मील भगावे ।।
लौकी का रस पीजिए चोकर युक्त पिसान
तुलसी गुड़ सेंधा नमक हृदय रोग निदान ।।.
रोज मुलहठी चूसिए कफ बाहर आ जाय ।
बने सुरीला कंठ भी सबको लगत सुहाय ।।
चोकर खाने से सदा बढ़ती तन की शक्ति ।
गेंहू मोटा पिसिए दिल में बढ़े विरक्ति ।।
फल या मीठा खाइके तुरन्त न पीजै नीर ।
ये सब छोटी आंत में बनते विषधर तीर ।।
अल्मनियम के पात्र का करता है जो उपयोग
आमंत्रित करता सदा वह 48 रोग ।।
रोज सुभा कुछ खाने से पहले निकालो जरूर दान॥
जो ऐसा करते उनके तन मन में रहता परकास |
दुख कलेस कोई बीमारी आवे नहीं पास ||
फुलसन्दे वाले बाबा कहते मन के तजदो विकार।
सांस सांस जपो परमब्रह्महोतन सोरण उजियार||
तन में रोग मन में सोग
सतपुरूष बाबा फुलसन्दे वाले कहते हैं- जो प्रसन्न चित् रहता है वो बीमार नहीं होता,
अत्री मुनि और अनसूइया की पुत्री अपाला को श्वेत दाग शरीर
पर जगहा जगहा हो गये उसके पति ने उसे त्याग दिया
वह इन्द्र के औषद्यालय आश्रम में जाकर रही,
उपचार किया ठीक हो गयी । पति को पता चला
वो लेने आया अपाला घर चलो । अपापला ने कहा- नहीं
अब मैं परमात्मा प्रीतम सच्चे पति से अपने मन को लगाऊंगी
वो मेरे अवगुणों को देखके मेरा त्याग तो नहीं करेगा
? देवी अपाला ने तप किया,
वो उस परमपुरूष परमात्मा की ज्योत में उसके
परम सौंदर्य में एकाकार हो गई ।

तुलसीपत्र दस लीजिए उठकर प्रातःकाल |
सेहत सुधरे आपकी तन-मन हो निहाल ।।
थोड़ा सा गुड़ लीजिए दूर रहें सब रोग ।
अधिक कभी मत खाइए चाहे मोहनभोग ।।
अजवाइन और हींग लें लहुसन तेल पकाय ।
मालिश जोड़ों की करे दर्द दूर हो जाय ।।
ऐलोवेरा-आँवला करे खून में वृद्धि |
उदर व्याधियाँ दूर हों जीवन में हो सिद्धि ।।
बीस ग्रा. रस आँवला पांच ग्राम मधु संग ।
सुबह शाम में चाटिये बढ़े नेत्रज्योति उमंग ।।
बीस मिलीग्रा. रस आँवला हल्दी हो एक ग्राम ।
सर्दी खांसी कफ में फौरन हो आराम ।।
मधु का सेवन जो करे, सुख पावेगा सोय |
कंठ सुरीला साथ में वाणी मधुरिम होय ।।
ठण्ड अगर लग जाय जो नहीं बने कुछ काम ।
नियमित पीलें गुनगुना पानी दे आराम ।।
कफ से पीडित हो अगर खांसी बहुत सताय ।
अजवाइन की भाप लें कफ बाहर आय।।
अजवाइन लें छाछ संग मात्रा पांच ग्राम ।
कीट पेट के नष्ट हों जल्दी हो आराम ।।
छाछ हींग सेंधा नमक दूर करे सब रोग ।
जीरा उसमें डालकर पियें सदा यह भोग ।।
चैत्र माह में नीम की पत्ती हर दिन खावे ।
ज्वर डेंगू या मलेरिया बारह मील भगावे ।।
लौकी का रस पीजिए चोकर युक्त पिसान
तुलसी गुड़ सेंधा नमक हृदय रोग निदान ।।.
रोज मुलहठी चूसिए कफ बाहर आ जाय ।
बने सुरीला कंठ भी सबको लगत सुहाय ।।
चोकर खाने से सदा बढ़ती तन की शक्ति ।
गेंहू मोटा पिसिए दिल में बढ़े विरक्ति ।।
फल या मीठा खाइके तुरन्त न पीजै नीर ।
ये सब छोटी आंत में बनते विषधर तीर ।।
अल्मनियम के पात्र का करता है जो उपयोग
आमंत्रित करता सदा वह 48 रोग ।।
- Take ten basil leaf and get up in the morning. May your health, body, mind improve, Nihal.
- Aloe vera - Amla increase the blood. Abdominal diseases are far away in life.
- Twenty g Ras amla with five grams of honey. Chats increased in the morning and evening.
Twenty milligrams. Juice Amla turmeric is one gram. Immediate rest in cold cough phlegm.
- Consuming honey, happiness will make you sleep. Jugular melody accompanies the voice sweetly.
- Take celery, five grams with buttermilk. Destroy the insect's stomach, get relief soon.
- Buttermilk A safoetida rock salt will remove all diseases Drink cumin in it and always enjoy it.
- In the month of Chaitra, neem leaf khave every day. Fever dengue or malaria twelve miles
- Suck the ointment everyday, let the phlegm come out. Blessed larynx also helped everyone.
- The almanium character that invites use is always 48 diseases.
- Do not drink fruit or sweet food immediately. All these poisonous arrows are formed in the small intestine.
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