पेट गैस एमव पेट दर्द की दवा ||problem during Pregnancy

 

मौन रहो क्रोध ना करो

रोग रहे जो बहुत दिन सिरहाने धरे रहो प्याज रोग कीटाणु सब हर लेगी पास रखी प्याज

तेज बुखार खसरा में पास रखो नीम की टहनी वायु का शोधन करे इसमें दवा असर नही करनी

फुलसन्दे वाले बाबा कहते जपो प्रभु का नाम रोग सब सब मिट जावें सब काम ॥

"pregnancy symptoms" "pregnancy calculator" "pregnancy test" "pregnancy pillow" "pregnancy signs" "pregnancy discharge" "pregnancy week by week" "pregnancy symptoms week 1" "pregnancy test kit" "pregnancy test positive" "symptoms of pregnancy" "how to check pregnancy" "positive pregnancy test"


सतपुरुष बाबा फुलसन्दे वाले कहते है

ज्यादा बोलने से क्रोध करने से बीमारी ठीक नही होती  रोगी को मौन होकर सुमरन करना चाहिए ||

1.गर्भावस्था में पैरो की सूजन में काले जीरे के काढे से पैरो को धोना चाहिए अजवायन का बारीक चूर्ण पैरों में धीरे-धीरे मले डिलीवरी होने से 2 महीने पहले गाय के दूध में घी डालकर पीने से ऑप्रेशन से

बचा जा सकता है सब बच्चे नॉर्मल ही पैदा होते है डॉक्टर मरीज  से धन ऐंठने के लिए उनको डरा देते है कि ऑप्रेशन जरुर करना पडेगा नही तो हमारी जिम्मेदारी नही जिम्मेदारी तो परमात्मा की है और किसी की नही |

2.आंवले का मुरब्बा सुबह-शाम खाकर दूध पीएं इससे गैस और अम्लपित्त की शिकायत दूर हो जाती है भोजन से 15 मिनट पहले अजवायन का आधा चम्मच चूर्ण व धोडा सा काला नमक मिलाकर सेवन

करें और भोजन के 15 मिनट बाद भी यही नुस्खा प्रयोग करें |

3.गैस की शिकायत होने पर एक प्याले पानी में आधे नीबू का रस डालकर थोडी सी सोंफ का चूर्ण व काला नमक मिलाकर कुछ दिनों तक नियमित सेवन करे ककडी, मूली, गाजर,टमाटर पालक के सलाद में अदरक के बारीक टुकडे काटकर उस पर काला नमक नींबू निचोडकर रोजाना सेवन करे गर्भवती को गैस की शिकायत नही होगी और ना ही कब्ज होगा |

4.सेंधा नमक और चीनी को एकसाथ पीसकर रख लें खाना खाने के बाद रोजाना आधा चम्मच इसे खाने से गैस की शिकायत नही होती |

5.प्रसूता का बढा हुआ पेट आंवला और हल्दी समान मात्रा में लेकर पहले हल्दी को भून लें फिर दोनों का चूर्ण बनाकर मिलाकर रख लें 5 ग्राम चूर्ण सुबह-शाम कुछ दिनों तक सेवन करें इससे पेट सिकुड कर सामान्य अवस्था में आ जाएगा |

6.त्रिफला त्रिकुट और सेधा नमक समान मात्रा में लेकर चूर्ण बनाकर रख लें इसे 5 ग्राम की मात्रा में छह महीने तक नियमित रुप से लेने से पेट की चर्बी दूर होती है |

7.पीपरि का चूर्ण बना कर रख लें 4-5 ग्राम की मात्रा में इस चूर्ण का पपीता खाने से भी ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रखा जा सकता है |

8.सौंफ जीरा और मिश्री को बराबर मात्रा मे मिलाकर पीसकर चूर्ण बनाएं इस चूर्ण का सुबह शाम

सेवन करने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है इमली की कोमल पत्तियों को सिल पर

पीसकर उसमें सेंधा नमक मिलाकर पाने से पेटदर्द से छुटकारा मिलता है ॥

Reactions

Post a Comment

0 Comments