गले के रोगों का इलाज ||
ek tu sachcha tera naam sachcha
सूर्य के सामने जप
ऐसा करो उपाय जो बीमारी ना आवे पास
मन की खिन्नता त्याग के भरो मन में उल्लास
एक घण्टे एकान्त में
जाके नाचो इतना सारे शरीर से बहने लगे चारो तरफ पसीना
फुलसन्दे वाले बाबा
कहते जब पसीना बहेगा सारा रोग अपने आप शरीर से बाहर बहेगा ॥
सतपुरुष बाबा फुलसन्दे वाले कहते है- उगते सूरज के सामने 20 मिनट तक बैठो या
खडे होकर परमेश्वर
का नाम जपो सब असाध्य रोग इससे समाप्त हो जाते है प्रति दिन
यज्ञ करने से रोग के
सब कीटाणु मर जाते है घी गाय का होना चाहिए सूर्य उदय से
पहले गुनगुना पानी खडे खडे नही बैठ कर पियो
बहुत से रोग होंगे ही नही
- काला नमक हींग नौसादर तीनों को पीस कर रखलो जब पेट में दर्द हो गैस बने गरम पानी से लेलो तुरन्त आराम मिलेगा
- 2 ग्राम मुलहठी का चूर्ण 10 ग्राम तुलसी के रस में मिलाकर
- सहद के साथ चाटने से खांसी से राहत मिलती है
- 5 लौंग को भूनकर तुलसी के पत्तों के साथ लेने से सभी प्रकार की खांसी में लाभ होता है
- दो ग्राम काली मिर्च पाउडर एवं डेढ ग्राम मिश्री का चूर्ण मिलाकर दिन में तीन चार बार शहद के साथ चाटने से लाभ होता है
- हल्दी के टुकडे को घी में सेक कर रात को सोते समय मुंह में रखने से खांसीऔर कफ में फायदा होता है
- अनार की सूखी छाल बारीक कूटकर छानकर उसमे थोडा सा पानी के साथ मिलाकर पीने से भयंकर खांसी दूर होती है
- जलकुंभी की भस्म को सरसों के तेल में मिलाकर गले पर लेप करने से पुराने से पुराने टॉन्सिल की सूजन भी ठीक हो जाती है
- सूखे अंजीर को पानी में उबाल कर उसे अच्छी तरह मसल लें फिर इसका लेप करे इससे गले के भीतर की सूजन दूर होती है
- केलों के छिलके को निकाल कर गले के ऊपर बांधने से फायदा होता है
- सरसों सिरौंजने के बीज सन के बीज अलसी जौ तथा मूली के बीज इन सभी को समान भाग में लेकर पीसकर लेप बनाएँ गले में टॉन्सिल के ऊपर इसका लेप करने से फायदा होता है
- गला सूखने पर छुहारे की गुठली मुंह में रखे लाभ होगा
- आलू बुखारा चूसने से भी गले की खुश्की मिट जाती है
- लौकी का रस निकालकर उसमें थोडा शहद व शक्कर मिलाकर पीने से गले की पीडा से राहत मिलती है
- प्याज के कचूमर में जीरा और सेंधा नमक मिलाकर खाने से गले की पीडा व जलन से राहत मिलती है
- पालक के पत्तों का रस निकालकर उससे कुल्ला करने से गले की जलन व वेदना शांत होती है
- फालसे की छाल को पानी में उबालकर उससे कुल्ला करने गले के सभी विकार शांत होते है
- आम के पत्तो को जलाकर उसका धुंआ मुंह से लें गले के दर्द में आराम मिलेगा
- शलजम को पानी में उबालकर पीने से गले की खरास मिट जाती है
- अजयवान और शक्कर उबालकर पीने से गला खुल जाता है ॥
- ek tu sachcha tera naam sachcha ka jap sabhi rogo ka naash karta hai
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