आहार बिहार आचार विचार जिसके चारो दुरुस्त
दुख कलेस बीमारी रहें दूरसदारहे तन्दरुस्त॥
जो सदा चिड़चिड़ातारहता वो रहता बीमार
जिसका व्यवहार ठीक नहीं कौन करे उसे प्यार।।
फुलसन्दे वाले बाबा कहते विधाताने मानुष बनाया।
तू पशु बन फाँ करता घर को सिर पे उठाया।
कान में अगर परेशानी है?
kan ki bimari ki dava
सतपुरुष बाबा फुलसन्दे वाले कहते हैं- बीमारियों से बचना है तो मन को शान्त रखो प्रसन्न रहो कोध करने से लीवर कमजोर हो जाता है इससे गैस कब्ज एसेडिटि आदि रोग उठ खड़े होते हैं,
- सदा दुखी रहने से फेंफड़े कमजोर हो जाते हैं,
- साँस से सम्बन्धित रोग पैदा हो जाते हैं,
- चिंताग्रस्त रहने से पाचन तन्त्रकमजोर हो जाता है,
- तनाव यानि टेंशन रहने से दिल दिमाग कमजोर हो जाता है,
- डर बने रहने से किडनी कमजोर हो जाती है,
- प्रसन्नता और प्रेम पूर्ण व्यवहार से दिमाग और शरीर को बल मिलता है,
- हंसी तनाव को कम करती है, मुस्कान से खुशी मिलती है ।
- सौंठ 3 ग्राम, काला तिल 2 ग्राम बिनौल 4 ग्राम सभी को गाय के मूत्र में पीसकर सूजन वाले स्थान पर 2-3 बार लेप करने से लाभ होता है।
- सनई के बीज, मेथी, काला जीरा, रास्ना, हल्दी, दारूहल्दी सभी को छाछ में पीसकर गरम करके लेप करें।
- सूजन वाले स्थान पर चित्रक मूल व सहिजन या सिरौंजना को धतरे के रस में पीसकर लेप लगाकर ऊपर से रूई रखकर बांध दे ऐसा दिन में 2 से 3 बार करने से कान की सूजन व दर्द से राहत मिलती है।
- कान में थोड़ी सी स्पिरिट डालने से कान का बहाना बंद हो जाता है।
- हल्दी और फुलाई हुई फिटकरी के चूर्ण को तेल में घोल-छानकर कर 2-2 बूंद कान में डालने से कान का बहना बंद हो जाता है।
- सप्ताह में एक बार कानों में शुद्ध सरसों का तेल हल्का गुनगुना करके डालना गुणकारी होता है।
- अदरक के रस और शहद में थोडा-सा नमक मिलाकर 2-4 बूंद कान में डाले, अवश्य फायदा होगा।
- 4-5 बूंद राई का तेल कान में टपकाने से कम सुनाई पड़ने की शिकायत दूर हो जाती है।
- सोंठ, गुड़, और घी मिलाकर खाने से कम सुनने में लाभ होता है और सांय-सांय की आवाज भी बंद हो जाती है।
- बहरापन होने पर नियमित रूप से कुछ दिनों तक तुलसी के पत्तों का रस निकाल कर हल्का गर्म करके कान में डालना चाहिए।
- ताजा, मूली का रस, सरसों का तेल और शहद तीनों बराबर मात्रा में लेकर अच्छी तरह से मिला लें. इसकी दो चार बूंदे दिन में चार बार कान में डालने से सुनने की शक्ति बढ़ती है।
- दालचीनी का तेल नियमित रूप से रात को सोते समय कान में डालने से बहरापन दूर होता है। गरम गरम माँड पीने से मोटापा घटता है दूध के साथ केला खाने से मोटापा बढ़ता है।
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