"हे !परमेश्वर एक तू सच्चा तेरा नाम सच्चा "
त्रिफला :- तीन फलों से मिल कर बन ने वाली अद्भुत औषधि
हमारा शरीर कफ वात पित्त से मिलकर बना है जिसमे से एक भी कम या ज्यादा हुआ तो समझो हमारे शरीर में बीमारी प्रवेश कर चुकी है
माना की कुछ बीमारी ऐसी होती है जो बहुत धीरे धीरे बढती है और वह बीमारी आपके किसी भी बॉडी के टेस्ट में नहीं आएगी लेकिन आपको परेशां करती रहेगी
"जग बीती सब कहे अपु बीती कहे ना कोय /
जो अपु बीती कहे बही सुरमा होय //
तो दोस्तों में आपको अपनी साथ की हुई घटना बता रहा हु हुआ कुछ इसे था
मेरे पेट के बाये हिस्से में बहुत तेज दर्द हुआ -में आगरा डॉ के पास पहुच गये 15000 के टेस्ट हो गये डॉ साहब ने बताया की आपके तो कोई बीमारी ही नहीं है -मेने पूछा साहब फिर ये मेरे पेसे क्यों खर्च कराये बोले शक था
मेने कहा चलो मेरे पास तो पैसा था मेने खर्च कर दिया किन्तु डॉ साहब उनके क्या जो कर्ज लेके पैसा लाते है
अरे कुछ नहीं आप तो कुतर्क कर रहे है जब परेशानी होती है तो करना पड़ता है
में बड़ा परेशां कई डॉ को दिखा दिया कोई फर्क नहीं बस फिर क्या था मेने कसम खाई किसी डॉ को आज के बाद दिखाना ही नहीं है हम एक किताब लाये फिर दुआरी लाये तीसरी लाये इस प्रकार मेने १० आयुर्वेद की किताब पड़ी सबका निचोड़ यही आया ====="काफ वायु पित्त जब तक सामान है तब तक कोई बीमारी नहीं हो सकती "
इन तीनो को सम करने का काम कर ता है "त्रिफला "
कोई भी ऐसी बीमारी नहीं है जो त्रिफला से सही नहीं होती है
मोटापा
दमा
काफ
छाले
लीवर
नेत्र
बाल
कोई भी बीमारी है ही नहीं जो त्रिफला से सही नहीं हो
त्रिफला बनाने की विधि :-
1:२:3 के हिसाब से साबुत पंसारी पर से हर्र बहेड़ा आवला मतलब
100 gram हर्र 200 gram बहेड़ा ३०० ग्राम आवला लाके कूट के पीसकर चूर्ण बनाकर रख लो और उसे 12 महीने लो /
त्रिफला खाने की विधि :- 14 jan-13 march tak छोटी पीपल से सुबह खली पेट
१४-मार्च से -१३ मई तक शहद से " '' "
१४ मई से -१३ जुलाई तक गुड से """"""""""""
१४ जुलाई से १३ सितम्बर सेधा नमक से
१४ सितम्बर से १३ नवम्बर तक देशी खांड से
१४ नवम्बर से १३ जनुअरी तक सौंठ से
4 ग्राम त्रिफला 1 ग्राम अन्य सामिग्री
आप लगातार २ साल नियम से खा लेने अगर कोई बीमारी हो जाये या रह जाये तो कहना
इसके अन्य लाभों के लिए पढ़े कल का लेख
इसी उम्मीद के साथ आप सदैव स्वस्थ्य रहे मस्त रहे
"एक तू सच्चा तेरा नाम सच्चा "
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